शनिवार, 18 अप्रैल 2009

यदि मैं नेता होता !

अच्छा होता ,अच्छा होता
भइया ,यदि मैं नेता होता !
मैं कुछ भी कहता,बक देता
जो भी चाहे कर लेता
कहे हुए की माफ़ी मिलती
ज़िम्मेदारी से बच जाता,
यारों, यदि मैं नेता होता।

लोक-लुभावन वादे करता
भड़काऊ भाषण दे लेता
शपथ-पत्र देकर बच जाता
फिर भी नाम कमा जाता,
लेकिन यदि मैं नेता होता !

पाँच साल तक वादे करता
मीठी-मीठी गोली देता
रोज़ी-रोटी भाड़ में जाए
धर्म-जाति की टॉनिक देता
जेल पहुँचना अच्छा होता ,
सबका यदि मैं नेता होता !

जेल,ज़मानत आदत पड़ती
सत्ता फिर भी हमको मिलती
जनता डरती,जेबें भरती
जिस भी दल में शामिल होता
ये सब कुछ 'कानूनी' होता
भइया,यदि मैं नेता होता !